Differences Between WordPress.com and WordPress.org in Hindi?


WordPress.org

WordPress.org के शक्तिशाली और निशुल्क सामग्री प्रबंधन समाधान सॉफ़्टवेयर के माध्यम से,
कोई भी स्वयं का ब्लॉग बना सकता है, जबकि वर्तमान में हजारों निःशुल्क और प्रीमियम वर्डप्रेस विषयों
और टेम्पलेट्स का लाभ उठाते हैं। वर्डप्रेस का प्रयोग करते समय, आप सॉफ्टवेयर की स्थापना के रूप में
कई डोमेन नामों और साइटों पर भी सक्षम होंगे। वर्डप्रेस सबसे अनुकूलन प्रदान करता है और एक बार जब
आप एक ब्लॉग बनाते हैं, तो आपके पास अपनी सामग्री पर पूरा स्वामित्व होता है और वैसे भी आप इसे
पसंद कर सकते हैं।

WordPress.com

वर्डप्रेस.com का मुफ्त होस्टेड संस्करण एक ब्लॉग के साथ आरंभ करने का सबसे तेज़ और आसान तरीका
 है, लेकिन आपके पास सबसे ज्यादा सीमाएं भी हैं। वर्डप्रेस.com से खाता खोलने के बाद, आप अपने खाते
 में लॉग इन कर सकते हैं और तुरंत ब्लॉगिंग शुरू कर सकते हैं। नकारात्मक पक्ष यह है कि आपके पास
सभी प्रीमियम थीम, प्लगइन्स, कंटेंट फीचर्स और आपकी सामग्री पर पूर्ण स्वामित्व वर्डप्रेस.org के
सॉफ़्टवेयर समाधान ऑफर की तरह नहीं है। आप एक लंबा यूआरएल साइट पता भी दे देंगे जो
http://wordpress.org नाम का विस्तार करेगा। अधिकांश मामलों में, यह अव्यवसायिक के रूप
में देखा जाता है और ब्लॉगिंग की दुनिया के दृष्टिकोण का सबसे अच्छा तरीका नहीं है।




कौन सा बेहतर WordPress.Org या Wordpress.com है?
WordPress.com बनाम वर्डप्रेस.org Wordpress.com और WordPress.org के बीच में एक बड़ा अंतर है जो वास्तव में आपकी वेबसाइट को होस्ट कर रहा है। WordPress.org के साथ, आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट की मेजबानी करते हैं वर्डप्रेस.org है जहां आपको मुफ्त वर्डप्रेस सॉफ्टवेयर मिलेगा, जिसे आप अपने वेब सर्वर पर डाउनलोड और इंस्टॉल कर सकते हैं।

What is Wordpress?(वर्डप्रेस क्या है)

वर्डप्रेस क्या है?
वर्डप्रेस एक ब्लॉग सॉफ्टवेयर है जो ब्लॉग/वेबसाइट के लिए बेहद आसान है/ वॉरड्रेसस को ब्लोग्गेर्स की दुनिया का guru कहा जाता है/ वॉरड्रेसस फ्री है और पूरी दुनिया मैं फेमस है/ यह एक पॉवरफुल ब्लॉग्गिंग एंड वेबसाइट कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम(CMS) टूल है/ इंटरनेट आपको सिर्फ फ्रंट पेज ही दिखता है वो आपको पीछे लिखी हुई प्रोग्रामिंग लैंग्वेज नहीं दिखता/ इसे कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम कहते है/ जिसमे सभी होस्टिंग कंपनी ब्लॉग बनाने के लिए फ्री ऐप्प के तौर पर प्रस्तुत कराती है इसका यूज़ करके लाखों ब्लॉग/वेबसाइट बन रही है/ आज की डेट मैं wordpress वर्ल्ड का लार्जेस्ट सेल्फ-होस्टेड ब्लॉग्गिंग टूल है/
इसकी दो साइट्स है wordpress.org और wordpress.com ज्यादातर लोग wordpress.org पर अकाउंट बनाते है इसके लिए आपको होस्टिंग लेना होगा जो आप BlueHost.com, Godaddy.com, namecheap.com से ले सकते है WordPress आज के टाइम में सबसे ज्यादा यूज़ किये जाने वाला वेब सॉफ्टवेयर है/ यह सॉफ्टवेयर पूरी तरह से PHP और MySQL पर आधारित है WordPress पर हम आसानी से अपना कंटेंट लिख सकते है पब्लिश, डिलीट और save कर सकते है/

PHP और MySQL क्या है:-

  • PHP एक प्रोग्रामिंग और स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज है जिसको  हम Pre-Hypertext प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कहते है इसे हम HTML लैंग्वेज क्रिएटेड ब्राउज़र मैं यूज़ करते है/
  • MySQL एक डेटाबेस सिस्टम है वर्डप्रेस मैं हम जब भी इमेजेज या कंटेंट यूज़ करते है वो कही तो होते होंगे और वो जिस फोल्डर में सेव करते है वो स्टोरेज डाटा बेस होता है/

HTML, CSS and Java Script

HTML क्या है?
HTML का पूरा नाम है Hyper text markup language यह एक मार्कअप लैंग्वेज है
जो वेबसाइट बनाने के काम आती है वेबसाइट बनाने से पहले इसका वेब डिज़ाइनिंग का कोर्स करना होता
है जिसमे में यह सबसे पहले सीखनी होती है/
यह कहा काम आती है?
जब भी आप कोई भी वेबसाइट को ओपन करते है जैसे फेसबुक,अमेज़न, ट्विटर वो सब वेबसाइट
HTML में ही बनती है दुनिया की हर वेबसाइट HTML में ही बनती है HTML को वेब
डिजाइनिंग की बेसिक लैंग्वेज भी कहते है इसको मार्कअप लैंग्वेज इसलिए कहते है क्योंकि या पूरी लैंग्वेज
लेस्स दन & ग्रेटर दन sign (< and >) में हॉट  है/
HTML कैसे काम करती है?
कोई भी वेबसाइट वेब पेज से बनी होती है वेबसाइट की डेफिनिशन भी है वेब पजेस का ग्रुप और इस तरह
हर वेबसाइट के वेबपेजेस HTML लैंग्वेज में डिज़ाइन होते है जिसमे कोड्स होते है वो कोड सिखने
होते है जैसे-
<p>this is paragraph</p>
HTML से केवल एक वेब पेज डिज़ाइन किया जाता है उस पर कलर, साइज, पैडिंग, मार्जिन जैसे कई
अट्रैक्टिव लुक CSS(Cascading Style Sheet) लैंग्वेज से दिया जाता है CSS ऑलमोस्ट
HTML के साथ सिखाई जाती है/
HTML का एडिटर क्या है? इसके कोड किस्मे लिखने होते है?
एडिटर का मीन्स होता है उससे किसी टूल में एडिट करना जैसे फोटो का एडिटर फोटोशॉप, टेक्स्ट का
एडिटर MS word ठीक इसी तरह HTML का एडिटर Notepad होता है Notepad एक
टेक्स्ट एडिटर ही है/
HTML versions:-

  1. HTML 2.0 (24 Nov, 1995)
  2. HTML 3.2 (14 Jan, 1997)
  3. HTML 4.0 (18 Dec, 1997)
  4. HTML 4.0 (24 Apr, 1998)
  5. HTML 4.01 (24 Dec, 1999)
  6. IOS HTML based on HTML 4.01 (May 2000)
  7. HTML 5 (28 Oct, 2014)


CSS क्या है?
CSS का पूरा नाम Cascading Style Sheets है यह एक स्टाइल शीट लैंग्वेज है जो मार्कअप लैंग्वेज (HTML) पर डेकोरेशन का काम करती है इस लैंग्वेज से वेबपेजेस को विज़ुअल (colorful and attractive) बनाया जाता है यह लैंग्वेज बिना HTML के काम नहीं करती है पहले HTML कोडिंग लिखी जाती है फिर CSS से HTML वेब पेज का डेकोरेशन किया जाता है/
CSS के फीचर क्या है:-

  • CSS का प्रयोग करके आप Shadow इफेक्ट्स भी लगा सकते हैं/
  • CSS आप को फैसिलिटी देता है की आप ट्रांसपेरेंसी का प्रयोग कर साकते है/
  • CSS में आप एनीमेशन का प्रयोग कर साकते हैं/


JavaScript क्या है?
JavaScript एक बहुत ही लाइट वेट लैंग्वेज है/ JavaScript एक डायनामिक कंप्यूटर लैंग्वेज है JavaScript को आप HTML,CSS के कोड के साथ उसे कर सकते है JavaScript से वेबसाइट डिज़ाइन को इम्प्रूव कर सकते है JavaScript वेलिडेशन फॉर्म्स के लिए यूज़ होती है JavaScript सबसे पॉपुलर स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज है JavaScript बहुत से अच्छे-अच्छे ब्राउज़र में वर्क करती है जैसे मोज़िल्ला फायरफॉक्स, इंटरनेट एक्स्प्लोरर, नेटस्केप और ओपेरा/
JavaScript का क्या यूज़ है ?

  • JavaScript से हम डायनामिक वेब पेज क्रिएट करने के लिए यूज़ कर सकते है.
  • JavaScript यूज़ करके हम गेम्स, 2D 3D ग्राफ़िक्स फिल्म बना सकते है JavaScript यूज़ करके हम डेटाबेस पर वर्क करने के App बना सकते हैं/

What is Web Hosting? Types of Web Hosting in Hindi.


वेब होस्टिंग क्या है (व्हाट इस वेब होस्टिंग हिंदी) :
वेब होस्टिंग इंटरनेट पे आपके वेबसाइट के फाइल्स को रखने के लिए स्पेस देती है जिससे लोग आपके
फाइल्स को लोग नेट स एक्सेस कर सकते हैं/

वेब होस्टिंग वर्क कैसे करती है?
वेब होस्टिंग आपकी वेबसाइट की फाइल डाटा को सर्वर पे स्टोर करती है और जब कोई आपके वेबसाइट
का  URL अपने वेब ब्राउज़र में एंटर करता है तब सर्वर उस विजिटर की रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर की
उसके कंप्यूटर में आपके वेबसाइट ब्लॉग की फाइल्स को शो कर देता है और आपकी वेबसाइट ओपन हो
जाती है/

वेब होस्टिंग की कितने प्रकार होते हैं (हाउ मेनी टाइप्स ऑफ़ वेब होस्टिंग):

1.Shared Hosting:
Shared होस्टिंग जैसे आप किसी कॉलेज क हॉस्टल क एक ही रूम में कई लोगो क साथ रहते है यानि कई लोग एक रूम को एक साथ उसे यूज़ करते हैं उसी तरह से shared होस्टिंग में एक ही सर्वर पर बहुत सी छोटी वेबसाइट होस्ट होती हैं/

2. Virtual Private server Hosting (VPS):
VPS होस्टिंग में virtualization टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाता है जिसमे एक स्ट्रांग सर्वर को virtually सर्वर   की तरह डिवीड कर देते हैं जिसमे हर एक वर्चुअल पार्ट्स को एक अलग रिसोर्स क साथ डिवाइड कर दिया जाता है जिससे आपके वेबसाइट को जितनी रिसोर्स मिली होती है उतना ही यूज़ कर सकते हैं इसलिए इसमें कोई दूसरी वेबसाइट की शेयरिंग नहीं हो पाती ह जिससे आपकी वेबसाइट बेस्ट परफॉर्म करती है इसका प्राइस शेयर्ड होस्टिंग से अधिक होता है/

3. Dedicated Server :
डेडिकेटेड होस्टिंग में आपको पूरा एक सर्वर दिया जाता है जिसका पूरा यूज़ आपकी वेबसाइट करती है इसमें कोई भी शेयरिंग नहीं होती है ये हाई ट्रैफिक वेबसाइट क लिए होती हैं जैसे E commerce , Video websites इस सर्वर में हाई क्वालिटी सिक्योरिटी होती है इस होस्टिंग की कीमत VPS, Shared से काफी अधिक होती हैं/
डेडिकेटेड सर्वर में भी दो प्रकार की केटेगरी होती है जिसमे एक Unmanaged और managed
Unmanaged- में सर्वर की सभी मैनेजमेंट आपको करना होता है इसकी कोई भी प्रॉब्लम की सोलव करने की जिम्मेदारी आपकी अपनी होती है/
Managed- डेडिकेटेड सर्वर का प्राइस unmanaged से अधिक होता है इसमें होस्टिंग कंपनी सर्वर को मैनेज करती है इसमें आपकी कोई जिम्मेदारी नहीं होती है/ 

Domain Kaise Le (Domain Register Kaise kare)


डोमेन कैसे ले डोमेन रजिस्टर कैसे करे वेबसाइट के लिए/
डोमेन नेम रजिस्टर करने के लिए हमें किसी डोमेन सेल्लिंग वेबसाइट से डोमेन को लेना पड़ेगा/ ऑनलाइन
आपको बहुत से डोमेन सेल्लिंग वेबसाइट मिल जाएगी/ उनमे से एक जिसका नाम सायद आपने सुना होगा
GoDaddy में आपको बताउगा कैसे हम godaddy से डोमेन को खरीद सकते है/ आप किसी भी
साइट से डोमेन रजिस्टर करो लगभग सेम ही प्रोसेस रहेगी/
स्टेप् 1:- GoDaddy ki साइट पर जाओ/
स्टेप् 2:- GoDaddy पर अकाउंट बनाने के लिए इस फॉर्म को भरो अगर पहले से अकाउंट है तो इस
स्टेप को रहने दो/
स्टेप् 3:- अब GoDaddy में लॉगिन होने के बाद आपको वेबसाइट के लिए नाम search करना है
उसके लिए आपको godaddy की साइट पर आसानी से search बॉक्स दिख जाएगी/
स्टेप् 4:- जब आपको आपके पसंद का नाम मिल जाये तो प्राइस और स्पेलिंग चैक जरूर करले/
स्टेप् 5:- अब आपके सामने एक नई विंडो खुलेगी उसमे आपसे और भी बहुत कुछ लेने के लिए कहा
जायेगा होस्टिंग,ईमेल बगेरा आप इनको रहने दे और लास्ट में कंटिन्यू तो कार्ट की बटन पर क्लिक करे/
स्टेप् 6:- अब जो नया पेज खुला है उसमे आप का डोमेननेम और उसकी जानकारी होगी/ लास्ट में प्रोसीड
तू चेकआउट की बटन पर क्लिक करे/
स्टेप् 7:- आप पेमेंट किस मेथड से करेंगे वो सेलेक्ट करे जैसे की नेटबैंकिंग या डेबिट कार्ड जो भी हे वो
सेलेक्ट करे/
स्टेप् 8:- कार्ड डिटेल भरने के बाद आप वापस Godaddy की साइट पर आ जायेगे/
अब आपका वेबसाइट का नाम रजिस्टर हो चूका है/

What is Domain Name? Types of Domain Name.


डोमेन नेम क्या होता है?
डोमेन नेम एक तरह का IP address होता है जिसके इस्तेमाल से आप किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग
पर आसानी से जा सकते हैं/
उधारण- जैसे की में आपको एक IP address बोलू जैसे की 192.168.0.0 तो शायद आप एक बार
इस्तिमाल करने के बाद भूल जायेगे, लेकिन अगर में आपको अपना डोमेन नेम बोलू जैसे की .com तो आप
आसानी से इसे domain name के जरिये मेरे वेब एड्रेस पर पहुंच जाएंगे आप ये भी कहे सकते हैं की
आप IP address को जाने बगैर आप उस वेबसाइट पर पंहुचा जाये गए / Domain भी कई टाइप
के होते हैं/

Types of Domain:-
.com– कमर्शियल,बिज़नेस,कम्युनिटी के लिए/

.in- किसी एक country के लिए जैसे की .in इंडिया.

.org- आर्गेनाइजेशन किसी संस्था के लिए/

.gov- गवर्नमेंट के लिए/

.net- टेक्निकल,इंटरनेट,नेटवर्क साइट के लिए/

.info- इनफार्मेशन साइट्स के लिए/

.co- कॉमर्स या फिर बिज़नेस/

.edu- एजुकेशन /कॉलेज साइट्स के लिए/

.co.in- कमर्शियल/प्रोडक्ट/एजुकेशन/

.biz- बिज़नेस के लिए/
डोमेन नेम तो आपको हज़ारों टाइप के मिलेंगे लेकिन सबसे बेस्ट .com ही है, क्यूंकि .com एक टॉप
लेवल डोमेन है जो काफी फेमस है/

Website kya hai (वेबसाइट क्या होती है)

वेबसाइट क्या होता है? इसे बनाने के लिए क्या-क्या नॉलेज चाहिए.और वेबसाइट बनाने के लिए बेसिक
रेक्विरेमेंट क्या-क्या होती ह/ आज हम इस पोस्ट में देखेंगे की वेबसाइट क्या होती है और इसे बनाने के क्या
फायदे हे/
वेबसाइट बहुत सारे वेबपेज का कलेक्शन होता है जो एक दूसरे से  उनके फंक्शनलिटी के हिसाब से जुड़े होते है/
वेबसाइट बनाने  के लिए आपको Html,CSS,Javascript,PHP जैसे लैंग्वेज आना चाहिए
इसके बिना आप वेबसाइट क्रिएट नहीं कर सकते/
Webpage क्या होता है?
वेबपेज किसी भी वेबसाइट का एक सिंगल पेज होता है और एक साइट में बहुत सारे पजेस होते ह ये सारे पजेस
आपस में ही मिलकर वेबसाइट बनाते हे/ ये पेज आपस में फुल्ली फ़ंक्शनैली कनेक्टेड होते हे मीन्स अगर किसी एक पेज का काम हो जाता हे तोह उस से रिलेटेड उसी टैब में नया पेज ओपन हो जाता हे/
जैसे अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हे तोह आप सबसे पहले जिस पेज में बहुत सारे प्रोडक्ट होते हे वहा
अपनी मन पसंद प्रोड्कट को सेलेक्ट करते हे जैसै ही आप नेक्स्ट में क्लिक करते ह तोह आपके सामने लॉगिन  से रिलेटेड पेज ओपन हो जाता है/
जैसै ही आप उस पेज में लॉगिन करोगे तोह वो आपको पेमेंट मेथड वाले ऑप्शन में ले जाता ह अब आप तोह
समझ ही गए होंगे की एक वेबपेज एक दूसरे से कैसे कनेक्टेड होते ह और यही सारे पजेस आपस में मिलकर
वेबसाइट बनाते है/

वेबसाइट दो प्रकार की होती है-
1. Static website :-
स्थैतिक वेबसाइट सिम्पली Html और CSS के थॉट जनरेट करता है और इसकी सबसे बड़ी खासियत यह
ह की यह सर्वर साइड स्क्रिपट, प्रोग्रामिंग का यूज़ नहीं करती, जिसके कारण यह किसी भी यूजर के ब्राउज़र पर
काफी फ़ास्ट लोड होती है/
स्थैतिक साइट में डेटाबेस नहीं होते जिस के कारण यह लेस्स एक्सपेंसिव ह इसे आप ीसिली Html or
CSS के माद्यम से बना सकते ह स्थैतिक साइट में जो भी टेक्स्ट, इनफार्मेशन होती ह वो सभी विजिटर के
लिए एक ही रहती है/

2. Dynamic website:-
डायनामिक वेबसाइट के पेजेज हमेशा चंगेस होते रहते ह और यहाँ सभी ूसर्स के लिए सॅमें नहीं रहती जैसे
फेसबुक का न्यूज़ फीड या सभी ूसर्स के लिए डिफरेंट रहेगा/
डायनामिक साइट के बैकेंड में प्रोग्रामिंग लैंग्वेज यूज़ की जाती ह मीन्स इसके सर्वर साइड में प्रोग्रामिंग का यूज़
किया जाता ह चाहे वो PHP से हो या फिर कोई और लैंग्वेज/
अगर कही यूजर की ID एंड पासवर्ड को मैनेज करना हुआ तोह SQL(structured query language)यूज़ किया जा सकता ह ये सब करना थोड़ा महंगा पढता ह डायनामिक साइट मोस्टली हाई लेवल प्रोजेक्ट के लिए ही यूज़ किया जाता है/